Germany Ke Ekikaran Ki Badhai Kya Thi – जर्मनी के एकीकरण की बाधाएं क्या थी ?

Germany Ke Ekikaran Ki Badhai Kya Thi :- आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे, कि जर्मनी का एकीकरण कब और कैसे हुआ और जर्मनी के एकीकरण का उद्देश्य क्या था ?

इसके अलावा इस आर्टिकल में यह भी जानेंगे, की जर्मनी के एकीकरण में किसकी भूमिका महत्वपूर्ण थी ? और इटली जर्मनी के एकीकरण में ऑस्ट्रिया की भूमिका क्या थी ? और जर्मनी के एकीकरण में विस्मार्क की भूमिका बताइए ?

तो बिना किसी देरी के चलिए शुरू करते हैं, इस आर्टिकल को और जानते हैं, कि जर्मनी के एकीकरण की बाधाएं क्या थी ?


जर्मनी के एकीकरण की बाधाएं क्या थी ? – Germany Ke Ekikaran Ki Badhai Kya Thi

जर्मनी का एकीकरण करते समय कई सारी बाधाओ का सामना करना पड़ा था, जो की इस प्रकार है :-

  • एकता की कमी

जर्मनी के राज्यों में एकता नहीं थी क्योंकि यह 30 अलग-अलग छोटे-छोटे राज्यों में विभाजित था। इन राज्यों में एकता लाना और इन्हें एक बनाना जर्मनी के एकीकरण में एक महत्वपूर्ण बाधा थी।

जर्मनी के राज्यों की जनता के बीच भाषा भी काफी अलग-अलग थी जिसके कारण वह अपने आप को एक राष्ट्र के रूप में नहीं देख का रहे थे।

  • ऑस्ट्रिया द्वारा एकीकरण का विरोध करना

जर्मनी के एकीकरण की सबसे बड़ी बाधा ऑस्ट्रिया भी थी क्योंकि यह नहीं चाहता था की जर्मनी का एकीकरण हो।

क्योंकि इस समय पर ऑस्ट्रिया का प्रभुत्व जर्मन राज्यों पर था और वह नहीं चाहती थी की इनका एकीकरण हो और ऑस्ट्रिया को इस राज्यों से हाथ धोना पड़े। इसीलिए ऑस्ट्रिया जर्मनी के एकीकरण में कई तरह के हस्तक्षेप ला रही थी ।

  • पिछड़ा देश होना

आर्थिक दृष्टि से और राजनीतिक दृष्टि से जर्मनी पूरी तरह से एक पिछड़ा देश था जिसके कारण इस राज्य के विकास करने में काफी ज्यादा समय लग सकता था ।

इसके अलावा यहां पर अलग अलग राज्यों द्वारा अलग-अलग चुंगी कर भी दिया जाता था और इसके लिए बहुत अलग-अलग नियम भी थे। जिससे की जर्मन का व्यापारिक विकास नहीं हो का रहा था।

इसलिए सबसे पहले इस बाधा को हटाने के लिए सभी जर्मन राज्यों के लिए एक ही प्रकार का चुंगी कर लागू कर दिया गया ।

  • प्रशा का नेतृत्व लाना

जर्मन राज्यों को प्रशा के नेतृत्व में संगठित करना इसके एकीकरण में एक सबसे बड़ी बाधा थी। सभी जर्मन राज्यों को प्रशा के नेतृत्व में संगठित करना बहुत ही जरूरी था ताकि सभी जर्मन राज्यों में एकता का विकास हो सके और जर्मन का एकीकरण पूरा हो सके।

लेकिन बाद में बिस्मार्क द्वारा इस असंभव कम को पूरा किया गया और जर्मनी का एकीकरण के इस बाधा को हटाया गया।

  • सिड़ान का युद्ध

जर्मनी के एकीकरण में सबसे आखिरी बाधा श्रीधन में होने वाला युद्ध था। सेडान में स्पेन और फ्रांस के बीच युद्ध लड़ा गया था जिसमें जर्मन सी भी शामिल थी।

और बाद में स्पेन युद्ध जीत गया और फ्रांस को युद्ध में मुंह की खानी पड़ी। अब फ्रांस नहीं चाहता था की जर्मनी का एकीकरण हो। परंतु बाद में बिस्मार्क ने इसके लिए काफी ज्यादा लड़ाई भी की और अंत में 18 जनवरी 1871 को जर्मनी का एकीकरण पूरा हुआ।


जर्मनी का एकीकरण क्या है ?

जर्मनी के एकीकरण की बाधाएं जाने से पहले जान लेते हैं, की आखिर जर्मनी का एकीकरण कब हुआ और यह क्या है ? सन 1871 में मध्य यूरोप के कई स्वतंत्र राज्यों को एक में शामिल किया गया था और इसे जर्मन साम्राज्य कहा गया।

इसी समय जर्मन साम्राज्य की स्थापना हुई थी और इस स्थापना को ही जर्मनी का एकीकरण कहा जाता है। जर्मनी का यह एकीकरण सेडान के युद्ध के बाद हुआ था। उसे समय जर्मनी में चार मुख्य राज्यों को शामिल किया गया जिसमें बवेरिया, बादेन, बुटर्मवर्ग और हेंस शामिल थे।

उसे समय जर्मनी साम्राज्य में जो भी शासक घोषित किए गए और जर्मनी का एकीकरण पूर्ण हुआ उसका पूरा श्रेय बिस्मार्क को जाता है। तो इस तरह हम यह कह सकते हैं की जर्मनी का एकीकरण 18 जनवरी 1871 में हुआ था।


जर्मनी के एकीकरण का उद्देश्य

जर्मनी के एकीकरण की बाधाएं जान लेने के बाद लिए हम यह भी जान लेते हैं, की आखिर जर्मनी का एकीकरण क्यों किया गया ? तो जर्मनी का एकीकरण जर्मन के राज्य प्रशा को शक्तिशाली बनाने के लिए किया गया। दरअसल बिस्मार्क जिसका जर्मनी के एकीकरण में सबसे बड़ा हाथ था।

वह प्रशा के राज्य का प्रधानमंत्री था और चाहता था, की प्रशा राज्य एक शक्तिशाली राज्य बने और इसके लिए वह जर्मनी का एकीकरण करना चाहता था। क्योंकि इस एकीकरण के माध्यम से जर्मन के सभी राज्य एकजुट हो सकते थे और यह देश काफी शक्तिशाली बन सकता था।


जर्मनी का एकीकरण कब और कैसे हुआ ?

सीडान के युद्ध के दौरान दक्षिण जर्मनी के चार राज्यों – बुटर्मवर्ग, बवेरिया, हेंस और बादेन को जर्मन संघ में शामिल कर के जर्मन साम्राज्य बनाया गया जिसे पूर्ण जर्मनी का नाम दिया गया।  और उस वक्त जर्मनी के शासक प्रशा का राजा घोषित हुए। और इसी प्रकार से 18 जनवरी 1871 ई मे जर्मनी का एकीकरण पुरा हुआ।


जर्मनी के एकीकरण में विस्मार्क की भूमिका बताइए ?

जर्मनी के एकीकरण में बिस्मार्क ने ही सबसे बड़ी भूमिका निभाई थी और इसे ही जर्मनी का एकीकरण का जन्मदाता भी कहा जाता है।

इसके एकीकरण में बीच-बीच में जो भी बाधाएं आई थी, उसे बिस्मार्क ने ही दूर किया था। उसके बाद जर्मनी के शासको को घोषित करना भी बिस्मार्क का ही फैसला था जो की एक सबसे महत्वपूर्ण और सही फैसला साबित हुआ।


इटली जर्मनी के एकीकरण में ऑस्ट्रिया की भूमिका क्या थी ?

इटली जर्मनी के एकीकरण मे ऑस्ट्रिया बाध बन रहा था क्योंकि ऑस्ट्रिया के चांसलर मेटरनिख द्वारा इन राष्ट्रवादी नागरिक आंदोलनों को  कुचल दिया जा रहा था जिसके वजह से जर्मनी और इटली का एकीकरण रुक गया। और जर्मनी में भी राष्ट्रवादी आंदोलनों को बंद करने के लिए ऑस्ट्रिया कई सारे कानूनों को जारी किया जिससे इटली जर्मनी के एकीकरण  बाधित हो रही थी।


FAQ’S :-

Q1. जर्मनी का एकीकरण कब हुआ ?

Ans :- जर्मनी का एकीकरण 18 जनवरी 1871 को पूरा किया गया ।

Q2. जर्मनी के एकीकरण में किसकी भूमिका महत्वपूर्ण थी ?

Ans :- जर्मनी के एकीकरण में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका प्रशा के प्रधानमंत्री बिस्मार्क की थी ।

Q3. इटली के एकीकरण में गैरीबाल्डी की भूमिका पर प्रकाश डालें ?

Ans :- इटली के एकीकरण में गैरीबाल्डी का योगदानमई यह थी, की गैरीबाल्डी ने अपनी लालकुर्ती सेना के साथ इटली 
के लोगों का पूरा सहयोग किया।

( निष्कर्ष )

दोस्तो, आज इस आर्टिकल में हम जानें है, कि जर्मनी का एकीकरण कब और कैसे हुआ और Germany Ke Ekikaran Ki Badhai Kya Thi ?

इसके अलावा इस आर्टिकल में हम लोग यह भी जानें है, की जर्मनी के एकीकरण में किसकी भूमिका महत्वपूर्ण थी ? और जर्मनी के एकीकरण में विस्मार्क की भूमिका बताइए ?

तो उमीद है, की आपको यह आर्टिकल अच्छी लगी होगी और यह आर्टिकल की मदद से आप यह जान चुके होंगे, कि जर्मनी के एकीकरण का उद्देश्य क्या था ? तो इसी के साथ चलिए अब इस आर्टिकल को यही पर खत्म करते हैं.


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